सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)





हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)

Hi Frnds
आपका हमारे ब्लॉग motivastional abhi में आपका स्वागत है। आज मैं आपको हाई ब्लड प्रेशर के बारे में बताऊंगा। आज की इस पोस्ट मे हम देखेंगे कि हाई ब्लड प्रेशर का क्या कारण है। इसे कैसे नियंत्रित कर सकते है।इसके कुछ सामान्य उपचार और इससे होने वाले गम्भीर खतरे आदि।

1) हाई ब्लड प्रेशर क्या है?

हमारे शरीर में नियंत्रित तरीके से रक्त का संचरन होता रहता है। यानिकि रक्त हमारे धमनियों मे एक सामान्य चाल से बहता रहता है। लेकिन जब  धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। तो दबाव की इस वृद्धि के कारण, रक्त की धमनियों में रक्त का प्रवाह बनाये रखने के लिये दिल को सामान्य से अधिक काम करने की आवश्यकता पड़ती है।

जैसे की जब हम दौड़ते है। या कोई भारी काम करते है। या कोई गेम खेलते है। तब हमारा bp high होता है। लेकिन धीरे धीरे ये आटोमेटिक नार्मल हो जाता है। समश्या तब आती है जब ये आटोमेटिक नॉर्मल न हो । हलाकि इसके नार्मल न होने के बहुत सारे कारण जो हम आगे पड़ेंगे । जब ये नार्मल नही हो पाता है । तब अनेक प्रकार की प्रॉब्लम उतपन्न होती है। जैसे की हार्टअटेक,ब्रेन हेमरेज, या पेरालीसिस etc.

रक्तचाप में दो माप शामिल होती हैं, सिस्टोलिक और डायस्टोलिक, जो इस बात पर निर्भर करती है कि हृदय की मांसपेशियों में संकुचन (सिस्टोल) हो रहा है या धड़कनों के बीच में तनाव मुक्तता (डायस्टोल) हो रही है। आराम के समय पर सामान्य रक्तचाप 100-140 mmHg सिस्टोलिक (उच्चतम-रीडिंग) और 60-90 mmHg डायस्टोलिक (निचली-रीडिंग) की सीमा के भीतर होता है। उच्च रक्तचाप तब उपस्थित होता है यदि यह 90/140 mmHg पर या इसके ऊपर लगातार बना रहता है।

2) हाई ब्लड प्रेशर के कारण

High BP के अनेक कारण है। जो निम्न है।

A) मानसिक तनाव

यह मुख्य कारणों मे से एक है। जब हम किसी चीज़ जैसे परिवार से सम्बंधित,व्यवसाय से सम्बंधित,या किसी और चीज़ से सम्बंधित अधिक से अधिकचिंता करते है। तब हमारा bp हाई हो जाता है।

B) धूम्रपान करने से।

धूम्रपान करने के कारण रक्त वाहिकाएं संकीर्ण हो जाती हैं, क्योंकि जब हम सिगरेट का सेवन करते है।तब इसका धुंआ ह्रदय की मांसपेशियों मे जम जाता है। जिसके परिणामस्वरूप उच्च रक्तचाप होता है। धूम्रपान से रक्त में ऑक्सीजन की भी कमी हो जाती है, जिससे हृदय क्षतिपूर्ति के लिए तेजी से पंप होता है, जिससे रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है। जब धूम्रपान का सेवन करते है। तो हमे बार बार खाँसी आती है और इससे भी BP हाई होता है।

C) बढ़ती उम्र के साथ

उम्र बढ़ने के साथ साथ उच्च रक्तचाप होने का खतरा और अधिक होता है। महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में हाई ब्लड प्रेशर ज्यादा आम है हालांकि, 60 वर्ष की आयु के बाद दोनों पुरुषों और महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर समान रूप से अतिसंवेदनशील होता है। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ जीर्णता आती है और मांसपेशिया सिकुड़ने लगती है।

D) अनुवांशिकता

अगर आपके परिवार में किसी करीबी सदस्य (माता या पिता) को उच्च रक्तचाप है, तो आपको यह रोग होने की संभावना काफी अधिक हो सकती है। और यह हमारे जीन्स पर निर्भर करता है।

E) अधिक वसा वाले आहार से

अधिक वसा वाले आहार जैसे जंक फूड,होटल में बनने वाले समान जैसे मिठाईया,समोसे,कचोरी आदि। जब इनका सेवन हम रोज रोज करते है। या उन चीज़ों का सेवन जो अधिक वसा वाली होती है। जिससे इनका वसा हमारी धमनियों मे जम जाता है । और रक्त को संचार करने मे परेशानी आती है। फलस्वरूप bp हाई होने लगता है।

F) कुछ और निम्न कारण

सामान्य वजन वाले लोगों की तुलना में अधिक वजन वाले और मोटापे से ग्रस्त लोगों में उच्च रक्तचाप विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
वजन बहुत अधिक होना: जितना ज़्यादा आपका वजन होगा, उतनी ज़्यादा ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को ऊतकों तक पहुंचाने के लिए खून की ज़रूरत पड़ेगी। जितना ज़्यादा रक्त वाहिकाओं में रक्त का बहाव बढ़ेगा, उतना ज़्यादा दबाव हृदय की दीवार पर पड़ेगा।
शारीरिक रूप से सक्रिय न होना: जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होते उनका हृदय दर ज़्यादा होता है। जितना ज़्यादा हृदय दर होगा, उतनी ज़्यादा मेहनत हृदय को हर एक संकुचन में लगेगी और उतना ज्यादा दबाव धमनियों पर पड़ेगा। शारीरिक गतिविधि कम होने से वजन बढ़ने का जोखिम भी बढ़ जाता है।
तम्बाकू का इस्तेमाल करना: न सिर्फ धूम्रपान और तम्बाकू चबाने से अस्थायी रूप से रक्तचाप बढ़ जाता है, बल्कि तम्बाकू में मौजूद रसायन धमनियों की दिवार की अंदरूनी परत को नष्ट कर देते हैं। जिसकी वजह से धमनियां संकीर्ण हो जाती हैं और रक्तचाप बढ़ जाता है। सेकंड हैंड स्मोकिंग (धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के संपर्क में आना) से भी रक्त चाप बढ़ जाता है।
आहार में पोटैशियम की कमी: पोटैशियम हमारी कोशिकाओं में सोडियम का संतुलन बनाने में मदद करता है। अगर आहार में पोटैशियम की कमी होगी, तो खून में सोडियम की मात्रा बढ़ जाऐगी।
आहार में विटामिन डी की कमी: आहार में विटामिन डी की कमी से रक्तचाप बढ़ सकता है । विटामिन डी की कमी से किडनी द्वारा बनाये जाने वाले एंजाइम पर असर पड़ेगा जिससे रक्त चाप बढ़ने का खतरा बढ़ जाएगा।
शराब का अत्यधिक सेवन करना: अधिक समय तक शराब का सेवन करने से , हृदय को नुक्सान पहुंच सकता है। शराब का सेवन संतुलन में करें।

3) हाइ ब्लड प्रेसर के लक्षण

हाई ब्लड प्रेशर कई बार एक ‘साइलेंट किलर’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि अधिकांश लोगों को कोई लक्षण अनुभव नही होते हैं जब तक उन्हें दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी कोई गंभीर समस्या नहीं हो जाती। हालांकि कुछ लोगों को निम्न लक्षण हो सकते हैं:
नाक से खून बहना
सिर दर्द
सांस लेने में दिक्कत
चक्कर आना
सीने में दर्द
मूत्र में खून आना
उच्च रक्तचाप की वजह से कोई लक्षण नजर नही आते हैं, इसलिए उच्च रक्तचाप और इसकी जटिलताओं से बचने के लिए, रक्तचाप के स्तर की नियमित रूप से जाँच करानी चाइए । यदि आप इसको हल्के में लेते हैं तो यह दिल के दौरे, स्ट्रोक, हार्ट फेल होने या अंधेपन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

4) हाई ब्लड प्रेशर से होने वाली गम्भीर समश्या

हाई ब्लड प्रेशर के कारण आपको निम्न समश्या का सामना करना पड़ सकता है।
A. इसकी वजह से किडनी फेल या सिकुड़ने की समश्या होती है।
B. आपको ब्रेन हेमरेज भी हो सकता है।
C. हार्ट अटैक भी आ सकता है।
D. जिन लोगो का bp हाई होता है उनको चिड़चिड़ापन ज्यादा रहता जिसका असर उनकी मानशिकता पर पड़ता।
अनियंत्रित हाई बीपी आपके सोचने, याद रखने और सीखने की क्षमता पर असर दाल सकता है। याददाश्त सम्बन्धी समस्याएं हाई बीपी वाले लोगों में आम हैं।


5) हाई ब्लड प्रेशर मे खाने योग्य चीजे

नमक की मात्रा 1500-2400 मिली ग्राम तक ही सीमित रखनी चाइए । सब्जियों को कच्चे रूप में ही खाने की कोशिश करें। अपने आहार में शाकाहार का ही सेवन करें क्योंकि अत्यधिक प्रोटीन युक्त आहार का सेवन अच्छा नहीं होगा। आप को तरबूज, नारंगी, केले, सेब, आम, नाशपाती, पपीता और अनानास जैसे फल का सेवन करना चाहिए जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए बहुत अच्छे होते हैं। तरबूज के बीज का सेवन उच्च रक्तचाप के लिए एक शक्तिशाली उपचार है। आप अपने आहार में सलाद के रूप में खीरा, गाजर, मूली, गोभी, प्याज और टमाटर का सेवन करें जिससे आपको अपने उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। आप अपने आहार के रूप में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम और फाइबर का सेवन करें क्योंकि यह आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे।

5) हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के उपाय

B P को नॉर्मल करने के लिए व्यायाम, योग एक अच्छा और अचूक साधन है। यदि आप नियमित योग करते हैं । तो आपको bp की समश्या कभी नही होगी।
हाई बीपी के लिए योग और व्यायाम

अधिक वजन होने पर हृदय पर वजन बढ़ता है, इस प्रकार हृदय के कार्य पर बुरा असर पड़ता है। नियमित शारीरिक व्यायाम न केवल आप को स्वस्थ रखता है, यह शरीर का वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है और यह बेहतर रक्त परिसंचरण में भी मदद करता है। लेकिन अधिक व्यायाम करने से बचें। आप केवल 30 मिनट पैदल चलें; यह आप के लिए फायदेमंद होगा। इससे आप को सूरज की रोशनी से आवश्यक विटामिन डी भी प्राप्त करने में मदद मिलेगी। विटामिन डी की कमी के कारण भी उच्च रक्तचाप की समस्या होती है।
योगासन का अभ्यास भी आप के लिए बहुत फायदेमंद होगा। इसके लिए आप धनुरासन, ताड़ासन, वज्रासन, शलभासन और भुजंगासन जैसे योगासन कर सकते हैं। ये आपकी उच्च रक्तचाप की समस्या में बेहद फायदेमंद हैं। प्राणायाम और ध्यान जैसे विश्राम के अभ्यासों से अपने आप को तनावमुक्त रख सकते हैं। उच्च रक्तचाप के मरीज को 90 मिनट प्रतिदिन हल्का व्यायाम जैसे सैर करना आदि की सलाह दी जाती है।
हलाकि bp को अनेक प्रकार के इलाज और मेडिसिन का यूज़ करके भी कंट्रोल किया जा सकता है।
लेकिन आप कभी भी बिना डॉक्टर के इसकी दवाई न ले। ये आपको और अधिक गम्भीर समश्या उतपन्न कर सकती है।

धन्यवाद।






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